Tuesday, 23 December 2014
क्षत्रिय राजपूत सभा तीन साल के लिए मुशीराबाद और सिकंदराबाद बस्ती समिति
का पुनर्घटन किया.
श्री गणेश सिंह, श्री बी.वी.जगदेव सिंह, श्री राजकुंवर
सिंह श्री मनोहर सिंह, श्री राजेन्द्र सिंह चुनाव अधिकारियों ने तीन साल के लिए मुशीराबाद बस्ती समिति से अध्यक्ष के रूप में श्रीमती इंदिरा, श्री प्रमोद सिंह सचिव, श्री टी रूप सिंह कोषाध्यक्ष, डॉक्टर जसवंत सिंह, श्री राम सिंह, श्रीमती कलावती बाई कार्यकारी सदस्य के रूप में निर्विरोध
निर्वाचित घोषित किया.
सिकंदराबाद बस्ती समिति से श्री जगदीश सिंह
को अध्यक्ष , श्री अमित चौहान
सचिव, श्री सुधीर सिंह कोषाध्यक्ष, श्री अरविंद सिंह, श्री नितिन सिंह और श्रीमती उमा रानी को कार्यकारी सदस्य के रूप में निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया.
चुनाव प्रक्रिया
मे श्री विजय बहादुर सिंह महासचिव ने कहा की सभा से निर्वाचित बस्ती समिति के सचिव हर महीने सकारात्मक प्रबंध समिति की बैठक मे भाग लेने चाहिए, और प्रति तीन महीने मे एक बार प्रबंध समिति सदस्य अध्यक्ष, कोषाध्यक्ष व कार्यकारी सदस्यों को प्रबंध समिति के बैठक मे शामिल होना चाहिए।
यस गणेश सिंह ने कहा की सिकंदराबाद
बस्ती समिति में 230 सदस्य है
जिसमे 5 संरक्षक श्री सुकेश सिंह गौर, श्री मोहन प्रसाद, श्रीमती संतोषी रानी, श्री विनोद सिंह, श्री रमेश सिंह और 75 आजीवन
सदस्य और 150 सालाना भुक्तान करने वाले सदस्य है. नवनिर्वाचित सदस्यो से अनुरोध किया
की वे अपने बस्ती समिति मे सदस्य-संख्या वृद्धि आद्यां जारी रखने के लिए अनुरोध किया.
श्री शीतल सिंह
उपाध्यक्ष, शैलेंद्र सिंह सचिव,
श्री रतन सिंह, श्री जय राज सिंह, श्री गुरु प्रसाद सिंह, नंदिता
गौर, श्री जितेंद्र सिंह, श्री सुरेंद्र सिंह, श्री शंकर सिंह, श्री अभिजीत सिंह, श्री विष्णुवर्धन सिंह, डॉक्टर नंदराज सिंह, श्री सुधीर सिंह, श्री सुदर्शन सिंह, श्री सतीश सिंह, श्री विजय सिंह,
शैलजा, श्रीमती अंबिका, सुनीता,
सुजाता, तुलसी,
देवकी बाई, संतोषी,
रत्नाम्मा पुनर्गठन में आदि मौजूद थे।
Friday, 19 December 2014
राजपूत चेतना मंच नागपुर द्वारा 22 व विवाह
योग्य युवा और युवती परिचय सम्मेल्लन
राजपूत चेतना मंच नागपुर द्वारा 22 व विवाह योग्य युवा और युवती परिचय सम्मेल्लन सम्पन्न।
महाराणा प्रताप स्मृति मंदिर हॉल, शंकर नगर चौक नागपुर मे आयोजित किया गया. इस सम्मेल्लन मे विभिन्न राष्ट्रों से 800 सदस्य शामिल हुवे। सदस्यों के साथ 110 विवाह योग्य युवा और युवती मंच पर अपना विवरण दिया.
ओ.पी.सिंह अध्यक्ष और सुरेश सिंह गहरवार सचिव राजपूत चेतना मंच नगपुर सम्मेल्लन का संचालन किया और कहा की सम्मेल्लन की सूची की प्रप्थ के लिए राजपूत चेतना मंच नागपुर करे या क्षेत्र प्रमुख श्...री यस गणेश सिंह 9391388403 और गुरु प्रसाद सिंह 9951827047 से संपर्क करे.
यस गणेश सिंह
कोषाध्यक्ष
क्षत्रिय राजपूत सभा
Monday, 1 December 2014
क्षत्रिय राजपूत सभा ने क्षत्रिय गौरव जसवंत सिंह को दी श्रद्धांजलि
क्षत्रिय राजपूत सभा के पूर्व महासचिव क्षत्रिय गौरव श्री जसवंत सिंह जी के निधन पर सभा प्रागण मे शोक सभा आयोजित की.
श्री जगदेव सिंह चौहान उपाध्यक्ष , विजय बहादुर सिंह, महासचिव, यस गणेश सिंह कोषाध्यक्ष, प्रेम सिंह संरक्षक और न्यासी ने माल्यार्पण किया और उपस्तिथ समुदाय के
सदस्यों ने उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की.
श्री बी वी जगदेव सिंह कहा क्षत्रिय गौरव श्री जसवंत सिंह जी का निधन समुदाय के लिए
एक बड़ी क्षति है.
श्री विजय बहादुर सिंह कहा की 50 साल से अधिक वे समाज से और सभा से जुड़े थे और सभा के महा सचिव के पद पर 1994 से 2009 (16 साल )
एक लम्बे अरसे थक अपनी सेवा समाज को दी.
गणेश सिंह ने कहा लंबे समय से क्षत्रिय राजपूत सभा से जुड़े रहना और राजपूत बिरादरी की सेवा करने के द्वारा, सभा वर्ष 2013 में
जसवंत सिंह जी को क्षत्रिय गौरव पुरस्कार से सम्मानित
किया गया है.
श्री बाल कृष्ण सिंह, सूरज सिंह, धर्मेश सिंह और अन्य अपना दु:ख व्यक्त किया।
इस बैठक में श्री राज कुंवर सिंह, शैलेंद्र सिंह, पुष्पराज सिंह, मनोहर सिंह, राजेन्द्र सिंह,
संरक्षक सदस्य नरसिंह, विजय सिंह, डॉ जसवंत सिंह, राम सिंह, डॉ नवीन सिंह, रतन सिंह, संपत सिंह, रवि ठाकुर, डॉ. सुदर्शन सिंह, शिव किशोरी सिंह.
श्रीमती विद्यावती,
जमुना, गोपाल सिंह, रवि कुमार सिंह, संतोष सिंह, सुरेंद्र सिंह, कैलाश सिंह, मदन सिंह, अशोक सिंह, राम नारायण सिंह, रामचंदर सिंह, घनश्याम सिंह, पवन सिंह, अनुराधा, आजीवन सदस्यों. आदि उपस्तिथ थे.
यस गणेश सिंह
कोषाध्यक्ष
Thursday, 25 September 2014
KSHATRIYA RAJPUT SABHA WISHES YOU ALL HAPPY NAVRATRI
Navratri ” or “Navaratri ” literally means “nine nights.” Navratri is celebrated twice a year, once at the beginning of the New Samvatsar (Hindu New year) in Summers and again at the onset of winter. Navratri or Navratra are therefore known as Chaitra Navratra and Shaardeya Navratra on the basis of their occurrence.
These nights are devoted to the reverence of Goddess Durga (Maa Durga) who exists in many forms and is the manifestation of the absolute energy that pervades the Universe. During these days and nights prayers are offered to Mother Goddess.
Hinduism is the only religion in the world which has emphasized to such an extent the motherhood of God. To celebrate a good harvest and to propitiate the nine planets, women also plant nine different kinds of food grain seeds in small containers during these nine days and then offer the young saplings to the goddess.
The 9 nights festival of Navratri begins on the first day of Ashwina of the bright fortnight. Seeds are sown, sprouting is watched, the planets are consecrated, and on the 8th and 9th days, Goddess Durga, Vijay-ashtami and Mahanavami are worshipped.
Significance of Navratri
The Shrimad-devi Bhagwat and Shri Durgasaptshati mentions the significance of puja done during the Navratri. Devi Mahaatmya and other texts invoking Goddess Durga are cited during the period of nine days.
According to Surya Puraan, if a person worships Goddess during this period then he is blessed with virtues of all kinds and all his sins are forgiven.
During Navaratri, we invoke the energy aspect of God in the form of universal mother Maa Durga, which literally means the remover of miseries of life. Maya is also known as Shakti as she is the source of all energies in the world. It is this energy, which helps God to proceed with the work of creation, preservation and destruction.
Monday, 22 September 2014
क्षत्रिय राजपूत सभा उप्पल
बस्ती समिति का
पुनर्गठन सम्पन्न.
आज जारी एक प्रेस विग्न्यापति के अनुसार निर्वाचन अधिकारी श्री यस गणेश सिंह और राज कुंवर सिंह चुनाव की प्रक्रिया हनुमान मंदिर पीरजादीगुड़ा मे सम्पन्न हुवा.
श्री विजय बहादुर सिंह महा सचिव, क्षत्रिय गौरव बी वि जगदेव सिंह चौहान, क्षत्रिय गौरव श्री दिलीप सिंह, श्री मनोहर सिंह जी के देखरेख निर्वाचन अधिकारी श्री यस गणेश सिंह ने श्री टी.सत्यानन्द सिंह को (अध्यक्ष) , श्री टी.उमेश सिंह (सचिव) , श्रीमती माधुरी ठाकुर (कोषाध्यक्ष ) , कार्यकारिणी के सदस्य श्री मुरली सिंह, श्री रवि शंकर सिंह, श्रीमती सविता सर्वसम्मति से तीन
साल तक सभा
के कार्यकारिणी के सदस्यों के रूप में घोषित किया. इस प्रक्रिया में टी
स्वरूप सिंह.
कलावती बाई,
टी. प्रदीप सिंह, अभय सिंह, राहुल सिंह, रवि शंकर सिंह, हनुमान सिंह, टी. उमेश सिंह, बालाजी सिंह, संजय सिंह, सचिन सिंह, विनीत सिंह, ठाकुर जगन्नाथ सिंह, टी यशवंत सिंह, टी सुरेंद्र सिंह बैठक में उपस्थित थे. विजय बहादुर सिंह कहा उप्पल बस्ती समिति मे 3
संरक्षक टी हेच शैलेंदर सिंह, श्री धीरेन्दर सिंह और सत्यानन्द
सिंह और 42 आजीवन सदस्य और 160 वार्षिक सदस्य भर्ती किया गया.
यस गणेश सिंह
कोषाध्यक्ष
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